क्या स्तनपान कराने वाली माँ के लिए ग्रीन टी पीना सुरक्षित है?



इस लेख में:-

क्या आप स्तनपान के दौरान ग्रीन टी पी सकते हैं?
स्तनपान के दौरान ग्रीन टी पीना - क्या यह सुरक्षित है?
स्तनपान के दौरान मैं कितनी ग्रीन टी पीना सुरक्षित है?
स्तनपान के दौरान ग्रीन टी से माँ पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव 
क्या स्तनपान कराने के दौरान मेरे बच्चे को नुकसान पहुँचाती है?
यदि आप ज्यादा मात्रा में ग्रीन टी का सेवन करते हैं तो क्या होता है?
क्या हरी चाय के सेवन से स्तन के दूध का प्रवाह कम हो जाता है?
क्या स्तनपान के दौरान डिकैफ़िनेटेड ग्रीन टी (Decaf Green Tea) का सेवन कर सकते हैं?
क्या स्तनपान के दौरान माचा चाय (Matcha Tea ) का सेवन कर सकते हैं?
क्या स्तनपान के दौरान ग्रीन टी की गोलियां या कैप्सूल का सेवन कर सकते हैं?
क्या ग्रीन टी में थिनिन स्तनपान को प्रभावित करता है?
स्तनपान कराने के दौरान ग्रीन टी के अलावा एक अच्छा विकल्प क्या है?



क्या स्तनपान कराने वाली माँ के लिए ग्रीन टी पीना सुरक्षित है?

नए माँ के मन में अपने नवजात शिशु की सुरक्षा को लेकर बहुत सारे प्रश्न मन में आते रहते है। और खास कर स्तनपान कराने वाली माँ को हमेशा डर लगा रहता है, क्या खाना चाहिए और क्या पीना चाहिए।

एक स्तनपान कराने वाली माँ के मन मे आने वाला सामान्य प्रश्न यह भी है कि क्या स्तनपान के दौरान ग्रीन टी पीना सुरक्षित है?

क्या स्तनपान कराने वाली माँ के लिए ग्रीन टी पीना सुरक्षित हैगर्भावस्था के बाद भी माँ अपने नवजात शिशु से स्तनपान के द्वारा जुड़ी होती है। ऐसे में माँ को अपने खान पान का ज्यादा ध्यान रखने की जरूरत होती है, क्योंकि नवजात शिशु को 6 महीने तक आवश्यक पोषक तत्व सिर्फ स्तनपान के द्वारा मिलता है। माँ को अपने आहार को भी इस तरह से लेना चाहिए, जिससे बच्चे को भी आवश्यक पोषक तत्व मिल सके। और माँ के आहार का कोई दुष्प्रभाव बच्चे पर ना पड़े।

नए माँ को गर्भावस्था के बाद आए मोटापा को दूर करने के लिए ग्रीन टी का सेवन करना चाहती है। और नई माँ को नवजात शिशु के जन्म के बाद बहुत परेशानी होती है, नवजात शिशु रात में भी भूख लगने पर रोने लगता है, ऐसे में माँ दिन को परेशान होने के साथ साथ रात को भी नींद पूरा ना होने पर थकावट महसूस करती है, ऐसे में भी नई माँ का पूछा जाने वाला प्रश्न रातों की नींद पूरी ना हो पाने से और ताजा और सक्रिय या उर्जावान महसूस करने के लिए या गर्भावस्था के दौरान आए मोटापा को कम करने के लिए क्या स्तनपान के दौरान ग्रीन टी पीना सुरक्षित है? क्या स्तनपान कराने वाली माँ के लिए ग्रीन टी पीना सुरक्षित है? एक गर्म ग्रीन टी सुबह सुबह पीना, यह कई स्वास्थ्य लाभों से भरा होता है।

ऊर्जावान बने रहने के लिए वजन कम करने के लिए जो विकल्प है, वह हरी चाय यानि ग्रीन टी है। मगर स्तनपान कराने वाली माँ के लिए भी ग्रीन टी लाभदायक है या नही? और ग्रीन टी बच्चे के लिए सुरक्षित है या नही? और भी सारे इस लेख में आपको सारे प्रश्नों के उत्तर मिल जायेंगे।

आईए जानते है, क्या आप स्तनपान के दौरान हरी चाय या ग्रीन टी पी सकते हैं?

क्या आप स्तनपान के दौरान ग्रीन टी पी सकते हैं?


➤ अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स (AAP) के अनुसार, आप स्तनपान के दौरान ग्रीन टी पी सकते है। इसका स्तनपान कर रहे, आपके शिशु पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ेगा।

क्या आप स्तनपान के दौरान ग्रीन टी पी सकते हैं➤ अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स (AAP) का कहते है, हालांकि, ग्रीन-टी से आपके नवजात शिशु को कोई दुष्प्रभाव तब नही पड़ता, जब आपकी ग्रीन-टी पुरी तरह शुद्ध हो, इसका मतलब आपके हरी चाय में कोई अन्य जड़ी बूटियों का मिलावट ना हो। एक शुद्ध हर्बल हरी चाय का आपके शिशु पर कोई दुष्प्रभाव तब नही, मगर कृत्रिम योजक से बना हरी चाय में कैफीन की मात्रा आपके नवाजात शिशु के लिए प्रतिकूल हो सकते हैं।

➤ अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स (AAP) का कहते है, अगर आप एक शुद्ध हर्बल हरी चाय पी सकने का समर्थन करते है, तो इसका मतलब यह नही है, कि आप हर घंटे एक कप चाय पी सकते है। आप सिर्फ सीमित मात्रा में ही ग्रीन टी यानि हरी चाय पी सकते है। आप एक दिन में एक या दो कप से अधिक हरी चाय नहीं पी सकते।


स्तनपान के दौरान ग्रीन टी पीना - क्या यह सुरक्षित है?

स्तनपान आपके बच्चे के जन्म के बाद शुरुआती  छह महीनों में पोषण का एकमात्र स्रोत है। और ऐसे में एक माँ के आहार में आवश्यक पोषक तत्व होना चाहिए और सभी तरह के दुष्प्रभावों से रहित होना चाहिए।

स्तनपान के दौरान ग्रीन टी पीना - क्या यह सुरक्षित है


अगर आप सुरक्षित रूप से सादे ग्रीन टी का सेवन करते है, तो यह नवजात शिशुओं पर कोई दुष्प्रभाव या कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता है। और एक सीमित मात्रा में सेवन करने पर यह सुरक्षित रहता है। और ऐसे किसी भी चाय का सेवन नही करना चाहिए, जिनमें जड़ी-बूटियाँ होती हैं।

शायद आपको पता ना हो, हरी चाय यानि ग्रीन टी में विटामिन बी, फोलेट एसिड, मैंगनीज, मैग्नीशियम और अन्य एंटीऑक्सिडेंट आदि जैसे आवश्यक पोषक तत्व पाये जाते है। जो ना सिर्फ माँ के लिए लाभदायक है, बल्कि माँ और शिशु दोनों के लिए लाभदायक और सामान रुप से दोनों को पोषक देने में मदद करता है। हालांकि, ग्रीन टी में बहुत सारे पोषक तत्व होने के बावजूद अगर एक घटक नवजात शिशु पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है। वह घटक ग्रीन-टी में कैफीन की मात्रा का होना।



स्तनपान के दौरान मैं कितनी ग्रीन टी पीना सुरक्षित है?


स्तनपान के दौरान मैं कितनी ग्रीन टी पीना सुरक्षित है👉 एक कप ग्रीन टी में बहुत सारे पोषक तत्व होते है, जो आपको ऊर्जावान और तरोताजा करने में मदद करती है। हालांकि, ग्रीन टी में कैफीन भी मौजूद होता है, जिसके लिए एक सीमित मात्रा में ग्रीन टी पीना सुरक्षित है।

👉 एक अध्धयन के अनुसार, एक स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए ग्रीन टी का प्रति दिन केवल 230 ml से 237ml तक सुरक्षित माना जाता है। हालांकि, ग्रीन-टी में कई एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है, लेकिन इसके साथ ही इसमें कैफीन की भी मात्रा का होना सुरक्षित नही होता है। 

👉 एक कप हरी चाय (230 ml से 237ml) में लगभग 29mg कैफीन पाया जाता है।

👉 विशेषज्ञ के अनुसार, स्तनपान कराने वाली महिलाओं को प्रति दिन लगभग 300 mg से 700 mg से अधिक कैफीन नही होना चाहिए। और विशेषज्ञ भी यही सुझाव देते है। और किसी भी तरह के कैफीन के सेवन का कोई दूसरा स्रोत दो कप तक सीमित करते है। जैसे कि चॉकलेट, कॉफी और सोडा आदि कैफीन युक्त खाद्य पदार्थ से कुल कैफीन का सेवन अनुमेय सीमा से अधिक नही होना चाहिए।

👉 और हद से ज्यादा कैफीन आपके बच्चे पर दुष्प्रभाव या कोई नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए आपको हरी चाय का इस तरह से सीमित समायोजित सेवन करना होगा।

याद रखने योग्य :-

  1. आपको शुद्ध हरी चाय का सेवन करना चाहिए।
  2. किसी भी मिलावटी हरी चाय जिसमें अन्य जड़ी-बूटिया हो, इस तरह के ग्रीन टी से बचे।
  3. आप प्रति दिन की कैफीन को सीमित समायोजित सेवन करे। अन्य कैफीन युक्त खाद्य पदार्थ जैसे कॉफी, सोडा और चॉकलेट आदि का सेवन अनुमेय सीमा से अधिक नही होना चाहिए।
  4. आपको आयरन युक्त भोजन जैसे पत्तेदार सब्जियों के साथ हरी चाय के सेवन नही करनी चाहिए।

स्तनपान के दौरान ग्रीन टी से माँ पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव 


स्तनपान के दौरान ग्रीन टी से माँ पर पड़ने वाले दुष्प्रभावस्तनपान कराने वाली माँ पर ग्रीन टी या हरी चाय पीने से कोई प्रत्यक्ष दुष्प्रभाव नही है। लेकिन हरी चाय का सीमित सेवन से अधिक या 3 से 4 कप पीने से सिर्फ माँ ही नही नवजात शिशु पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है।

अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स (AAP) के अनुसार, स्तनपान के दौरान माँ के द्वारा सेवन किया कुल कैफीन का 1% स्तन के दूध के द्वारा बच्चे में प्रवेश करता है। हालांकि, जब तक ग्रीन टी का सेवन सीमित मात्रा में किया जाए, ग्रीन टी से माँ पर कोई दुष्प्रभाव नही पड़ता।




क्या स्तनपान कराने के दौरान मेरे बच्चे को नुकसान पहुँचाती है? 

क्या स्तनपान कराने के दौरान मेरे बच्चे को नुकसान पहुँचाती हैग्रीन टी का जब तक एक सीमित मात्रा में माँ सेवन करती है, तब तक बच्चे को सिर्फ ग्रीन टी का आवश्यक पोषक तत्व, ग्रीन-टी में मौजूद कई एंटीऑक्सीडेंट बच्चे के लिए लाभदायक होते है।

👉 लेकिन अनुमेय सीमा से अधिक ग्रीन टी के सेवन से बच्चे को अधिशेष कैफीन का हस्तांतरण हो सकता है।

👉 डॉक्टर नुपुर गुप्ता कंसल्टेंट गायनेकोलॉजिस्ट और ऑब्सटेट्रिशियन, डायरेक्टर वेल वुमन क्लिनिक, गुड़गांव के अनुसार, एक दिन में एक से दो कप से अधिक हरी चाय नहीं पीनी चाहिए। ऐसा इसलिए है, क्योंकि ग्रीन टी में कैफीन पाया जाता है। जो कि बच्चे के नींद को प्रभावित करता है।

👉 डॉ. नुपुर का कहना है, ग्रीन टी को सीमित मात्रा में सेवन करने से होने वाले निर्जलीकरण (dehydration) नही होती।

👉 कैफीन की ज्यादा मात्रा में सेवन करने से नवजात शिशु का विकास में प्रतिबंध का कारण हो सकता है।



कैफीन के कारण बच्चे पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव निम्नलिखित है।

  • बच्चा बार-बार मल त्याग करेगा।
  • बच्चे को हमेशा दस्त की शिकायत हो सकती है।
  • बच्चे को अनिंद्रा या नींद से जुड़ी शिकायत हो सकती है।
  • बच्चे को चिड़चिड़ापन और झल्लाहट की शिकायत हो सकती है।
  • बच्चे के पेट का दर्द हो सकता है।

➤ अगर आप ग्रीन टी की अधिक मात्रा में सेवन किया है, तो आप इन सारे लक्षण के प्रति सतर्क रहे।

➤ डॉ. नुपुर का कहना है, कि ग्रीन टी के सेवन में कटौती कर आप इसे ताजे फलों के रस से बदलना ही समझदारी है।

यदि आप ज्यादा मात्रा में ग्रीन टी का सेवन करते हैं तो क्या होता है?


ज्यादा मात्रा में हरी चाय पीने से कैफीन स्तन दूध के द्वारा बच्चे में गुजरता है। जिससे बच्चे में चिड़चिड़ापन और अकड़न, जाग्रत और अनुचित नींद  या शूल  जैसी बीमारी हो सकती है।

स्तनपान के द्वारा 1% कैफीन बच्चे में स्तन दूध के द्वारा गुजरता है। मगर कुछ बच्चे कम सहनशीलता के कारण कैफीन के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं।

➤ कोई भी अध्ययन यह साबित नहीं करता है कि ग्रीन टी स्तन के दूध को कम या बंद करती है। लेकिन सुरक्षित पक्ष पर होने के लिए, हरी चाय का सेवन करने के लिए भोजन के बाद कम से कम तीन घंटे प्रतीक्षा करें।


क्या हरी चाय के सेवन से स्तन के दूध का प्रवाह कम हो जाता है?

यह साबित करने के लिए कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है,कि हरी चाय के सेवन से स्तन दूध का प्रवाह कम हो जाता है। या स्तन में दूध का  उत्पादन को कम या पूरी तरह से सूख जाती है। 

क्या हरी चाय के सेवन से स्तन के दूध का प्रवाह कम हो जाता है

👉 हालांकि, चाय में प्राकृतिक रूप से मिलने वाला टैनिन नामक रसायनिक तरल पदार्थ शरीर में आयरन के अवशोषण में रूकावट उत्पन्न करता है। इसका कारण है, जब हरी पत्तेदार सब्जियों के साथ हरी चाय का सेवन अनुमेय सीमा से अधिक होता है।

👉 इसलिए आपको अगर हरी चाय या ग्रीन टी का सेवन करना है, तो भोजन के साथ हरी चाय पीने से बचें।  और भोजन और हरी चाय के बीच लगभग तीन घंटे का अंतर जरुर रखे।

👉 ध्यान दें, कि आपकी दूध की आपूर्ति कितनी बार स्तनपान बच्चा करता है, यह इस पर निर्भर करती है। बार-बार स्तनपान और अपने बच्चे के शुरुआती भूख संकेतों को पूरा करने से दूध की स्वस्थ आपूर्ति होगी।



क्या स्तनपान के दौरान डिकैफ़िनेटेड ग्रीन टी (Decaf Green Tea) का सेवन कर सकते हैं?


क्या स्तनपान के दौरान डिकैफ़िनेटेड ग्रीन टी का सेवन कर सकते हैंअगर आप डिकैफ़िनेटेड ग्रीन टी (Decaffeinated green tea) का सेवन करना चाहते है, तो कर सकते है। डिकैफ़िनेटेड ग्रीन टी कैफीन की पर्याप्त मात्रा को समाप्त करने के लिए हरी चाय को संसाधित करते है। लेकिन डिकैफ़िनेटेड ग्रीन टी पूरी तरह से कैफीन से रहित नहीं है। डिकैफ़िनेटेड ग्रीन टी में एक कप (237 मिलीलीटर) में 2-5 मिलीग्राम कैफीन होता है। प्रत्येक चाय निर्माता के पास कैफीन उन्मूलन के विभिन्न स्तर होते हैं। आपको भी खरीदने से पहले डिकैफ़िनेटेड ग्रीन टी उत्पाद का लेबल में कैफीन की मात्रा को पढ़ना चाहिए।



क्या स्तनपान के दौरान माचा चाय (Matcha Tea ) का सेवन कर सकते हैं?


क्या स्तनपान के दौरान माचा चाय (Matcha Tea ) का सेवन कर सकते हैंमाचा चाय (Matcha Tea) एक बरीक पिसी हुई ग्रीन टी का एक रूप है। जिसको कि चीन जैसे देश में तैयार किया जाता है। इस चाय में कैफीन की अधिक मात्रा होता है। इस चाय का एक कप (237 मिलीलीटर) में लगभग 77mg कैफीन होता है। आपको कैफीन को इस तरह से सीमित समायोजित कर सेवन करना होगा।





क्या स्तनपान के दौरान ग्रीन टी की गोलियां या कैप्सूल का सेवन कर सकते हैं?


क्या स्तनपान के दौरान ग्रीन टी की गोलियां या कैप्सूल का सेवन कर सकते हैंग्रीन टी की गोलियों या कैप्सूलेटेड ग्रीन टी (Green Tea Pills) के सेवन नही करना चाहिए। क्योंकि आप गलती से दो कप ग्रीन टी से अधिक कैफीन का सेवन कर सकते हैं। 

ग्रीन टी गोलियों या कैप्सूलेटेड विभिन्न प्रकारों के होते है। हालांकि एक कप्सूल आपको दो कप ग्रीन टी के बराबर मात्रा से अधिक कैफीन प्रदान कर सकता है। आपको भी खरीदने से पहले ग्रीन टी की गोलियों या कैप्सूलेटेड ग्रीन टी उत्पाद का लेबल में कैफीन की मात्रा को पढ़ना चाहिए।


क्या ग्रीन टी में थिनिन स्तनपान को प्रभावित करता है?


ऐसा कोई वैज्ञानिक प्रमाण नही है, जो ग्रीन टी में थिनिन से स्तनपान में नकारात्मक या सकारात्मक प्रभाव को सबित करता हो। हरी चाय की पत्तियों में पाया जाने वाला थीनिन एक गैर-आवश्यक अमीनो एसिड कहलाता है।


हरी चाय एक ऊर्जा प्रदान करने वाला पेय पदार्थ है। स्तनपान के दौरान इसका सेवन बंद नही कर सकते है तो आपको सुनिश्चित करना चाहिए, कि सीमित समायोजित सेवन करना चाहिए।


स्तनपान कराने के दौरान ग्रीन टी के अलावा एक अच्छा विकल्प क्या है?

अगर आप ग्रीन टी के अलावा कोई अन्य विकल्प ढ़ूढ़ रहे है, तो आप निम्न विकल्प को चुन सकते है।
  1. सफेद चाय (white Tea)
  2. कैमोमाइल चाय (Chamomile Tea)
  3. अदरक वाली चाय (Ginger Tea)
  4. डैंडिलियन चाय (Dandelion Tea)
  5. पुदीना चाय (Mint Tea)


👉  यदि आप स्तनपान के दौरान कैफीन के सेवन नही करना चाहते हैं, तो आप ये विकल्प को आप अपना सकते है। इन सारे चाय का भी अपना पोषक तत्व आपको मिलता है। जरूरी नही आप अपने ग्रीन टी का उपयोग कर अपने बच्चे को नुकसान पहुँचाये।

ग्रीन टी या हरी चाय के भी बहुत सारे लाभ है

➤  ग्रीन टी या हरी चाय के भी बहुत सारे लाभ है, और ग्रीन टी में विटामिन बी, फोलेट एसिड, मैंगनीज, मैग्नीशियम और अन्य एंटीऑक्सिडेंट आदि जैसे आवश्यक पोषक तत्व पाये जाते है। और कई स्वस्थ्य लाभ है। यदि आप सीमित मात्रा में ग्रीन टी का सेवन करना चाहते है, तो ग्रीन टी या हरी चाय माँ और बच्चे दोनों के लिए हानिकारक नहीं है।


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