Baby Ko Bottle Se Formula Feeding Tips
Baby Ko Bottle Se Formula Feeding Tips: नए माता पिता के लिए यह एक बहुत बड़ा प्रश्न होता हैं, कि वह अपने बच्चे को स्तनपान कराये या बोतल से फ़ॉर्मुला फीडींग। हालांकि, कुछ माँ को स्तनपान कराने में असमर्थता के कारण फ़ॉर्मुला फीडिंग ही एक विकल्प बचता हैं।
अपने बच्चे को बोतल से फ़ॉर्मुला फीडिंग कराना एक महत्वपूर्ण निर्णय होता है, विशेषज्ञ के अनुसार स्तनपान कराना ही सबसे उत्तम होता हैं, और विशेषज्ञ भी नवजात शिशु को स्तनपान कराने की शिफारिस करते हैं। लेकिन आप चिंता मत कीजिए, अगर जरुरी हो तो बाल रोग विशेषज्ञ ही आपको सही फ़ॉर्मुला दूध के बारे में बता देंगे।
आइए जानते हैं, नवजात शिशु के लिए फ़ॉर्मुला फ़ीडींग को पिलाने के आसान टिप्स, जिससे आपको फ़ॉर्मुला फीडिंग के बारे इस लेख में दिये गये, सुझाव को अपने बच्चे के लिए बोतल से फ़ॉर्मुला फ़ीडिंग कराना आसान हो जायेगा।
बच्चे को फ़ॉर्मुला फ़ीडिंग क्यों कराना चाहिए? (Baby Ko Formula Feeding Kyu Karana Chahiye)
Baby Ko Formula Feeding Kyu Karana Chahiye: सामन्यतः विशेषज्ञ और डॉक्टर बच्चे के जन्म से 6 महीने तक स्तनपान कराने की शिफारिस करते हैं। लेकिन, यह हर माँ के साथ सम्भव नही होता, विशेषतौर पर जिन माताओं का सिजेरियन के द्वारा डीलीवरी हुई हो, उन माताओं के लिए इस दौरान स्तनपान कराना मुश्किल हो सकता हैं, या उन माताओं के लिए भी स्तनपान कराना सम्भव नही होता, जो मानसिक या शारीरिक रूप से अस्वस्थ हो, क्योंकि, ऐसे समय पर माँ कुछ ऐसी दवाये ले रही होती हैं, जो नवजात शिशु के लिए खतरनाक हो सकता हैं। कुछ माँ को पर्याप्त मात्रा में स्तन का दूध का उत्पादन नही होता हैं। ऐसे सभी कारणों पर माँ के लिए बच्चे को फ़ॉर्मुला फ़ीडिंग कराना एक विकल्प बचता हैं।
मुझे अपने बच्चे के लिए फ़ॉर्मुला दूध कैसे तैयार करना चाहिए? (Mujhe Apne Bachhe Ke Liye Formula Feeding kaise taiyaar karna chahiye)
- अगर आप अपने बच्चे को फ़ॉर्मुला दूध देने वाले हैं, तो आपको बहुत सावधानी बरतनी चाहिए। जैसे कि आपको को फ़ॉर्मुला दूध चुनने के लिए आपको आपने बाल रोग विशेषज्ञ से बात करनी चाहिए।
- अगर आप एक बढ़िया फ़ॉर्मुला खरीद लिये हैं, तो आपको फ़ॉर्मुला दूध पर लिखे, दिशानिर्देश को ध्यान पूर्वक पढ़ लेना हैं।
- हर फ़ॉर्मुला अलग अलग तरह से तैयार किया जाता हैं, इसलिए आपको उस फ़ोर्मुला पर दिये दिशा निर्देश का पालन करना हैं।
- आपको आर. ओ (R.O) वाला फिल्टर किया पानी को उबाले, जब हल्का गुणगुणा हो जाये, या आधे घंटे तक ठंडा होने दे।
- दिये गये पानी की मात्रा के निर्देशानुसार आपको यह पानी बच्चे के दूध के बोतल में डालना हैं।
- अब आपको फ़ॉर्मुला दूध को दिये गये मात्रा के अनुसार पैकेट के चम्मच से बोतल में डाले।
- आपको बच्चे के उम्र के अनुसार सही मात्रा में पॉउडर और पानी की मात्रा मिलानी हैं।
- बोतल को ढ़क्कन लगाकर हिलाकर अच्छी तरह मिला दे।
- बच्चे को फ़ॉर्मुला दूध पिलाने से पहले आपको दूध की गर्म को अपने कलाई पर डाल कर जाँच करना हैं।
मुझे अपने बच्चे को कितनी बार दुध पिलाउँ? (Mujhe Apne Bachhe Ko Kitni Baar Formula Feeding dena chahiye)
Mujhe Apne Bachhe Ko Kitni Baar Formula Feeding dena chahiye: आपको अपने नवजात शिशु को कितना दूध पिलाना इसका कोई निश्चित मात्रा नही होता। जैसे कि अगर यह बात आपसे कोई पूछे कि आप हर रोज एक सामान भोजन खाती हैं, तो आप का उत्तर होगा- नहीं। जरुरी नही आप हर रोज स्वस्थ हो, आप अगर ज्यादा थक जाये, या अस्वस्थ हो, तो आपको ज्यादा भोजन करने की इच्छा नही होती।
इसी प्रकार बच्चे को हर रोज एक समान भूख नही होती, चाहे तो वो बच्चे की उम्र के अनुसार बढ़ता हैं, या थकावट या बीमार होने के कारण कम हो जाता हैं।
मगर अच्छी बात यह हैं, कि आपके बच्चे को जितना दूध की जरुरत होगी, आपका बच्चा उतना दूध अवश्य पी जायेगा। इसके लिए आपको बच्चे के भूख लगने वाले इशारो को समझना होगा।
लेकिन अगर आपका बच्चा जन्म के बाद कुछ ही समय हुआ हैं, तो बार बार दो से तीन घंटे में दूध पीना चाहेगा।
दूध की मात्रा बच्चे के बढ़ने पर बढ़ती जायेगी, क्योंकि बच्चे की भूख और बच्चे का शरीर उम्र के हिसाब से बढ़ता जायेगा, और दूध की मात्रा में भी बढ़ जायेगा। आपको अपने बच्चे के साथ दूध पिलाने के लिए जबरदस्ती नही करनी चाहिए।
बच्चा को अगर दूध पीना हो तो वो कैसे इशारे देगा ? (Baby Ko Agar Dudh Pina Ho To WO Kaise Ishare Dega?)
आपको अपने बच्चे के भूख लगने के लक्षणों को पता लगाना चाहिए। हर बच्चा अलग होता हैं, और सभी बच्चे अलग अलग इशारे देते हैं। यहाँ कुछ लक्षण बताये गये हैं, जिससे आप यह जान पायेंगे, कि आपका बच्चा भूखा हैं, या नही।
आपका बच्चा जब भूखा होगा, तो चिड़चिड़ा जैसा लक्षण दिखायेगा।
- आपका बच्चा भूखा होने पर रोयेगा।
- बच्चे को भुख लगने पर वह अपने हाथ, या कपड़ा, बाह, अंगुठा को चुसना शुरु कर देता हैं।
- बार बार मुँह खोलेना
- बच्चा भोजन ओर जायेगा, या बोतल को बार बार पकड़ कर आपको इशारे देगा।
- बच्चा बार बार जिभ लिपलिपाता हैं, या चुसता हैं।
मै अपने शिशु के लिए फ़ॉर्मुला कैसे चयन करू? Mai Baby Ko Kon Sa Formula Feeding Du?
बाल रोग चिकित्सक से जाँच कराये: आपको अपने बाल रोग चिकित्सक या डॉक्टर से अपने बच्चे के उम्र के हिसाब से फ़ॉर्मुला दूध को चुनने में मदद लें। हर बच्चा अलग होता हैं, इसलिए किसी भी व्यक्ति या अनुभवी माँ से पुँछने से आप अपने बच्चे के लिए लापरवाही करेंगे। सम्भवहो तो अपने बाल रोग चिकित्सक से ही फ़ॉर्मुला दूध को चयन कराये। एक अध्ययन के अनुसार, अधिकांश नवजात शिशु के लिए गाय के दूध पर आधारित फ़ॉर्मुला अच्छा होता हैं।
कम लोग युक्त फ़ॉर्मुला की जाँच: अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स (AAP), विश्व स्वास्थ्य संगठण (WHO), और भी कई स्वास्थ्य संगठन के साथ साथ बाल रोग चिकित्सक, और विशेषज्ञ सलाह देते हैं, शिशुओं में एनीमिया को रोकने के लिए जन्म से 12 महीने तक आयरन-फोर्टिफाइड फ़ॉर्मुला देना चाहिए।
सोया आधारित फ़ॉर्मुला: सोया आधारित फ़ॉर्मुला दूध का चयन डॉक्टर के शिफारिस पर ही शुरु करे। यह बच्चे को विशेष मानक फ़ॉर्मुला अधिक उर्जा और अधिक महंगे होते हैं। इसकी बच्चे को जल्दी आवश्यकता नही पड़ती।
फ़ॉर्मुला दूध बदलना: अगर अपने बच्चे के फ़ॉर्मुला को बदलने की सोंच रहे हैं, तो यह एक लुभावनाहो सकता हैं। मगर आपको अपने बच्चे के साथ लापरवाही नही करनी चाहिए। अपने बच्चे के फ़ॉर्मुला के बदलने से पहले अपने बाल रोग विशेषज्ञ से बात करना आवश्यक हैं, क्योकि अचानक फ़ॉर्मुला दूध बदलने से बच्चे को पाचन संबंधी समस्या हो सकती हैं।
फ़ॉर्मुला दूध मेरे बच्चे के लिए असुरक्षित हो सकता हैं? (Formula Feeding Mere BaBy Ke Lie Ashurakshit Ho Sakta Hai?)
Formula Feeding Mere BaBy Ke Lie Ashurakshit Ho Sakta Hai: बच्चे के लिए फ़ॉर्मुला अगर बाल रोग चिकित्सक या डॉक्टर के द्वारा सलाह दिया गया हो, तो आप इस पर भरोसा कर सकते हैं। और अब फ़ॉर्मुला दूध पहले से ज्यादा सुरक्षित हो गया हैं। फिर भी फ़ॉर्मुला दूध आपके बच्चे के लिए सही है या नही यह जानने के लिए निम्न बातों पर ध्यान दे।
- आपको अपने बच्चे के लिए ज्यादा सुरक्षित फ़ॉर्मुला देने के लिए आपको अपने बच्चे को दिये जाने वाले फ़ॉर्मुला की समाप्ति तिथि की जाँच हमेशा करती रहे। अगर फ़ॉर्मुला दूध की समाप्ति तिथि हो गयी हो तो ना तो उसे खरीदे ना ही, इसे अपने बच्चे के लिए उपयोग करे।
- अगर फ़ॉर्मुला दूध पुराना हो, डेंटेड, चिपटा हुआ, जंग लगा हुआ या क्षतिग्रस्त हो, तो आप ऐसे फ़ॉर्मुला दूध को अपने बच्चे के लिए इस्तेमाल ना करे।
- आप जब भी अपने बच्चे के लिए फ़ॉर्मुला दूध बना रही हों, तो आप यह सुनिश्चित करे, कि फ़ॉर्मुला पॉउडर अच्छी तरह घुल गया हो। और साथ ही दिये गये दिशा निर्देश के अनुसार ही दूध, पानी और पॉउडर का माप हो। अगर सही से माप, या मिश्रित घोल नही होगा, तो यह आपके बच्चे के लिए समस्या हो सकता है, या बच्चे के विकास और उचित पोषण में हस्तक्षेप कर सकता है।
- अगर बच्चे द्वारा कुछ फ़ॉर्मुला बच गया हो, तो उसे फेंक दे। क्योंकि बच्चे के लार के कारण बचे हुए दूध में बैक्टीरिया और वाइरस फैल सकता हैं।
- अगर आप पहले से बहुत सारा फ़ॉर्मुला बना कर फ्रिज में रख दिये है, तो यह एक निश्चित समय बाद खराब हो जाता हैं। आपको इसे फेक देना चाहिए।
क्या बच्चे को स्तनपान छुड़ाने के बाद फ़ॉर्मुला दूध का उपयोग कर सकते है?
(Kya Baby ko Breastfeeding Chhurane Ke Baad Formula Feeding Karwa Sakte Hai?)
अगर आप अपने बच्चे को पहले स्तनपान कराते थे, और अब आप स्तनपान को छुड़ाने की सोंच रही हैं, तो आपको यह ज्यादा परेशानी नही देने वाला हैं। आपका बच्चा यह आसानी से स्वीकार लेगा। और आपका शिशु अब ठोस आहार ले रहा हैं, तो आप उसे ज्यादा से ज्यादा ठोस आहार दे, जिससे बच्चे को ज्यादा दूध की भूख नही रहे।
और फ़ॉर्मुला दूध धीरे धीरे शिशु की आदत में शामिल होने में ज्यादा समय नही लगता। मगर आपको ध्यान रखना होता हैं, आपके बच्चे के स्वाद के अनुसार फ़ॉर्मुला दूध अच्छा हो।
आप स्तनपान बंद करने की सोंच रहे है, तो आप इसे धीरे धीरे बंद करे। जैसे कि दो समय फ़ॉर्मुला फीडिंग दे और एक समय पर स्तनपान कराये। इससे आपको और बच्चे को स्तन दूध की आदत छुड़ाने के लिए अच्छा होगा।
आप अपने बच्चे को पैसिफायर के द्वारा भी बोतल से दूध पिलाने की आदत लगा सकते हैं।
अगर बहुत कुछ करने पर भी आपका शिशु फ़ॉर्मुला दूध नही पी रहा हैं, तो आप अपने बच्चे को अच्छा और स्वादिष्ट लगने वाला फ़ॉर्मुला दूध खोजे। आप एक रूटिन से अपने बच्चे को फ़ॉर्मुला फ़ीडिंग करे। इससे आपके बच्चे का स्वभाव बन जायेगा, और बच्चे को भी फ़ॉर्मुला फ़िडिंग का समय पता चल जायेगा।
फ़ॉर्मुला दूध को गर्म करने का सुरक्षित तरीका
(Formula Feeding Ko Garm Karne Ka Surakshit Tarika):
अगर आप फ़ॉर्मुला दूध को पहले से बना कर रखते हैं, तो इसे गर्म करने के लिए एक इलैक्ट्रिक बॉटल वॉर्मर खरीद सकते हैं। यह लगभग 4 से 6 मिनट में दूध को गर्म कर देगा। यह बच्चे के लिए ही स्पेशल वॉर्मर है।
अगर आप कोई इलैक्ट्रिक बॉटल वॉर्मर नही खरीदना चाहते, तो आप अपने बच्चे के दूध की बोतल को एक गर्म पानी से भरे बर्तन में डुबों दे। 10 से 15 मिनट में दूध गर्म हो जाता हैं, इसलिए 15 मिनट से ज्यादा देर इस गर्म पानी में ना रखे।
आप किसी भी माइक्रोवेव का दूध गर्म करने के लिए नही कर सकते। यह खतरनाक हैं।
क्या फ़ॉर्मुला दूध को पहले से बना कर फ्रिज में रख सकते हैं?
(Kya Formula Feeding ko Fridge mai Rakh Sakte Hai?)
अगर आप अपने बच्चे को किसी भी संक्रमण से बचाना चाहते हैं, तो आप ऐसा ना करे। आप अपने बच्चे के लिए फ़ॉर्मुला दूध बना कर रखेंगे, तो दूध में जीवाणु होने का खतरा हो जाता हैं। जो आपके बच्चे को बीमार कर सकता हैं।
आप अपने बच्चे को हमेशा ताजा दूध ही बना कर दे।
अगर आप बच्चे के फ़ॉर्मुला दूध को ज्यादा दे फ्रिज में रखते हैं, तो कुछ समय के लिए ही यह जीवाणुरहित रहता हैं। और जब आपके फ्रिज में बिजली ना हो, ऐसे में जीवाणु के होने का खतरा बढ़ जाता हैं।
मुझे कब बोतल को कीटाणुमुक्त करना चाहिए?
आपको हर बार दूध को रिफिल करने से पहले आपको बोतल को कीटाणुमुक्त करना चाहिए। ऐसा करने से बोतल से आपके बच्चे को कोई संक्रमण नही फैलाता।
आपको बच्चे के बोतल को गर्म पानी या इलेक्ट्रिक स्ट्रीम स्तेरलाइजर का इस्तेमाल करके कीटाणुमुक्त कर सकते हैं।
आपको ना सिर्फ बोतलको कीटाणुमुक्त करना चाहिए, बल्कि फ़ॉर्मुला दूध में इस्तेमाल किये जाने वाले चम्मच और सभी उपकरण जो बच्चे के दूध बनाने के उपयोग में आते हों।
बच्चे को फॉर्मूला फीडिंग कराने के टिप्स (Baby Ko Bottle Se Formula Feeding Tips):
- फ़ॉर्मुला दूध को दोबारा गर्म नही करना चाहिए। फ़ॉर्मुला दूध एक तय समय तक ही इस्तेमाल किया जाना चाहिए। आप गर्म पानी में डालकर ही गर्म कर सकते हैं, ऐसे फ़ॉर्मुला दूध को गर्म नही किया जाता हैं।
- आपको फ़ॉर्मुला दूध को इस्तेमाल करने से पहले दिये गये दिशा निर्देश को ध्यान से पढ़ना चाहिए।
- अगर आपके बच्चे ने कुछ फ़ॉर्मुला दूध बोतल में छोड़ दिया हो, और बहुत समय हो गया हो तो इसे फेंक दे।
- आपको अपने बच्चे को हमेशा ताजा फ़ॉर्मुला दूध देना चाहिए।
- आपका बच्चा जब एक साल का हो जाता हैं, तो वह गाय के दूध को पचाने के लिए तैयार हो जाता हैं। लेकिन आप अचानक फ़ॉर्मुला दूध को बदल कर गाय का दूध नही दे सकती, इससे बच्चे को समस्या हो सकती हैं। आप थोड़ी थोड़ी मात्रा को दूध में मिला कर शुरुआत कर सकती हैं।
- आपका अपने शिशु के फ़ॉर्मुला दूध के चयन के लिए बाल रोग विशेषज्ञ से जरूर सलाह लें।
- अगर आपका शिशु बढ़ रहा हैं, तो भी आपको अपने डॉक्टर से पूछ कर शिशु की फ़ॉर्मुला दूध को बदलना चाहिए।
- आप अपने बच्चे को अपने से करीब ला कर ही दूध पिलाये, इससे आपके बच्चे को आपके पास सुरक्षा महसूस होगी। जब आपका शिशु आपके स्पर्श को पहचान जाता हैं, तो आपके बीच एक बॉन्डिग हो जायेगी।
- आप अपने बच्चे को बोतल से भी दूध पिलाते समय स्तनपान की तरह गाना गुनगुनाये, बाते करे।
- बच्चे के दूध का तापमान कमरे के तापमान की तरह होनी चाहिए। कमरे की तापमान से ना ज्यादा गर्म और ना ज्यादा ठंडा।
- आप अपने बच्चे को दूध पिलाने के लिए पूरे परिवार को शामिल कर सकते हैं। इससे आपके अलावा परिवार के अन्य सदस्य के साथ बच्चा बॉन्डिग बना लेगा। जिससे अगर माँ को कोई बीमारी हो या आराम करना हो, तो ऐसे में बच्चे को कोई भी सम्भाल सकता हैं।
- फ़ॉर्मुला फ़ीडिंग और स्तनपान कराने के बाद बच्चे के मल में परिवर्तन होता हैं, जब बच्चा फ़ॉर्मुला फ़ीडिंग करता हैं, तो बच्चे का मल एक अलग रंग का होगा, साथ ही इसमें गंध भी अलग होग। फ़ॉर्मुला-फ़ीडिंग करने वाले बच्चे का मल आमतौर पर सख्त होता हैं।
- यदि बच्चा फ़ॉर्मुला फ़ीडींग करने के बाद बहुत रोये, या हर बार उल्टी करे, तो ऐसे में आपको अपने डॉक्टर से बात करने की आवश्यकता हैं। यह बच्चे को हो रही एलर्जी का संकेत हो सकता हैं। या फ़ॉर्मुला फ़ीडिंग के वजह से बच्चे को गैस हो रही हो, आपको ऐसे परेशानी में अपने बच्चे के इस लक्षण को नजरअंदाज नही करना चाहिए। आपको तुरन्त अपने बाल रोग विशेषज्ञ के पास जाना चाहिए।
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संदर्भ:
Essential information regarding formula feeding By Firstcry Parenting
Bottle-feeding basics By Baby Center
Amount and Schedule of Formula Feedings By American Academy of Pediatrics
Choosing an Infant Formula By American Academy of Pediatrics
Centres for Disease Control and Prevention, Infant Formula Feeding By American Academy of Pediatrics