एक महीने के नवजात शिशु के वजन और लम्बाई कितनी होती हैं?
एक माह की बेबी की विकास के समय मुख्यतः आपको किन बातों पर ध्यान देना चाहिए।
- नवजात शिशु के सामाजिक व भावनात्मक विकास :
- नवजात शिशु के मस्तिष्क का विकास :
- नवजात शिशु की शारीरिक विकास :
क्या एक महीने का नवजात शिशु अच्छी तरह नहीं देख सकता है?
क्या एक माह का नवजात शिशु को संगीत सुनना पसंद होता हैं?
एक माह का नवजात शिशु कितना दूध पीता हैं?
एक माह का नवजात शिशु की कौन सी गतिविधियों पर ध्यान देना चाहिए?
एक माह का नवजात शिशु की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ
एक माह का नवजात शिशु कितनी देर सोता हैं?
एक माह के नवजात शिशु के विकास पर माता-पिता को कैसे देखभाल करना चाहिए?
मै अपने एक महीने के नवजात शिशु के साथ कौन कौन सी गतिविधियाँ कर सकती हूँ?
एक माह के नवजात शिशु को डॉक्टर के पास कब ले जाना आवश्यक होता हैं?
नवजात शिशु को एक महीने के दौरान कौन कौन से टीका लगाया जाता हैं?
निष्कर्ष
1 Month ka Newborn baby Development in hindi :
नए माता पिता बनना बहुत खुशियों भरा पल होता हैं। जब आप पहली बार माता पिता बनते हैं, तो आपको अपने नवजात शिशु की देखभाल करना मुश्किल लग सकता हैं। क्योंकि नवजात शिशु जन्म के बाद से ही बढ़ने लगता हैं। शिशु का विकास जन्म के समय से ही शुरु हो जाता हैं। हालांकि, नवजात शिशु की देखभाल करना आपके लिए बहुत जल्द ही आसान हो जायेगा।
आमतौर पर एक नये माता पिता की चिंता होती हैं, कि क्या मेरा शिशु का विकास स्वस्थ तरीके से हो रही हैं या नहीं?, या क्या मेरा शिशु सही से दूध पीता हैं, या नहीं?, या मेरा शिशु पूरी नींद ले रहा हैं या नहीं? और भी इसी तरह के सवाल एक नये माता पिता के मन में आना आम बात हैं। यह दर्शाता हैं, कि आपको अपने नवजात शिशु की कितनी चिंता हैं।
नवजात शिशु की देखभाल करने के लिए एक माता पिता की पहले महीने की रातों की नींद उड़ जाती हैं। लेकिन धीरे-धीरे आपको इसका अनुभव हो जाता हैं, और आपकी चिंताएँ खत्म होने लगती हैं। एक महीने के नवजात शिशु का विकास जन्म के बाद प्रत्येक दिन नियमित रुप से होने लगता हैं। हालांकि, कुछ सप्ताह शिशु को बाहर की नये वातावरण में ताल-मेल बिठाने में समय लग सकता हैं। फिर धीरे धीरे शिशु अपनी हाथों पाव को फेकना, आपके चेहरे के भावों के प्रति प्रतिक्रिया देना आदि, नवजात शिशु के विकास का हिस्सा हैं।
आइए विस्तार जानते हैं, कि नवजात शिशु के पहले महीने के विकास के बारे में, और नवजात शिशु के पहले महीने के दौरान किस तरह की शारीरिक विकास में वृद्धि होती हैं। और साथ ही नवजात शिशु के विकास से जुड़ी आवश्यक बाते जिसकी जानकारी नए माता पिता के लिए महत्वपूर्ण हैं।
एक माह का नवजात शिशु क्या क्या कर सकता है?
- aapake 1 month ka Newborn baby kya kya kar sakataa hai?
आपका नवजात शिशु जब एक महीने का होता हैं, तब आपका नवजात शिशु बहुत तरह की प्रतिक्रिया देना शुरु कर देता हैं, नवजात शिशु का विकास तो गर्भावस्था मे ही शुरु हो जाता हैं, लेकिन जन्म के बाद ही आप अपने नवजात शिशु की वृद्धि और विकास को नोटिस कर सकते हैं। नवजात शिशु जैसे जैसे बड़ा होता जाता हैं, आपके नवजात शिशु का विकास भी गतिशील होता जाता हैं।
आपके नवजात शिशु का विकास एक माह में मुख्यतः तीन तरह से विकसित हो रहा होता हैं, जो कि इस प्रकार हैं।
आपके नवजात शिशु की सबसे पहले मास्तिष्क का विकास होता हैं, इसके बास आपके शिशु का सामाजिक और भावनात्मक विकास होता हैं, फिर आपके शिशु का शारीरिक विकास होता हैं।
यह तीनों विकास की गति सामान गति से आपके नवजात शिशु के विकास में मदद करती हैं।
आप जब अपने नवजात शिशु को एक माह होने के बाद अपनी गोद में लेते हैं, तो आपका नवजात शिशु अपनी सिर को उठाने की कोशिश करता हैं, लेकिन, अभी भी आपको अपने नवजात शिशु के सिर को संभालना आवश्यक होता हैं। नवजात शिशु की गर्दन की मांसपेशियाँ अभी भी कमजोर होती हैं, इसलिए आपको अपने नवजात शिशु के सिर को अपने एक हाथ से संभालना आवश्यक होता हैं।
आपका नवजात शिशु एक माह के बाद आपके लिए अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए आपके अपने शिशु से बात करने पर प्रतिक्रिया के रूप में कुछ हल्की आवाज में चिल्लाने की कोशिश करता हैं, या आपके बातों को समझने पर इशारे देता हैं। यदि आपका शिशु इस तरह की प्रतिक्रिया देता हैं, तो आपको भी अपने बेबी को प्रतिक्रिया के रूप में और भी बाते करनी चाहिए, इससे आपके नवजात शिशु की बोलने और बातचीत करने का कौशल का विकास होता हैं।
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एक महीने के नवजात शिशु के वजन और लम्बाई कितनी होती हैं?
1 month baby growth in hindi :
सभी नवजात शिशु की वजन और लम्बाई एक समान नहीं होती हैं। लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, एक बेबी गर्ल और बेबी बॉय की वजन और लम्बाई अलग अलग होती हैं। जिसमें बेबी गर्ल की वजन 3.5 किलों से 4.9 किलो के लगभग होता हैं, और बेबी बॉय का वजन 3.7 किलो से 5.3 किलो के लगभग होता हैं। जरूरी नहीं कि यह वजन पूरी तरह आपके शिशु की भी हो। यदि आपके शिशु के वजन उपर बताये गये वजन से ज्यादा या कम हो, तो यह चिंता की बात नहीं हैं। क्योंकि यह विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार एक औसत वजन हैं। आप इस बारे में अपने बाल रोग चिकित्सक से बात कर सकते हैं।
वही यदि नवजात शिशु की लम्बाई की बात करे, तो विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, बेबी गर्ल की लम्बाई 53.8 से.मी. के लगभग होता हैं, और बेबी बॉय की लम्बाई 54.8 से.मी. होता हैं। जैसा कि मैंए पहले भी बताया, यह विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के द्वारा बताया गया औसत लम्बाई हैं, हो सकता हैं, आपकी बेबी की लम्बाई कम या ज्यादा हो सकती हैं।
आपको अपने नवजात शिशु की वजन और लम्बाई पर जरूर ध्यान देना चाहिए, आपको इसका भी ध्यान रखना चाहिए, कि जन्म के बाद और अभी कितना वजन और लम्बाई हैं। आपको यह नहीं सोचना चाहिए, कि हर महीने वजन और लम्बाई जाँच करने से क्या फायदा। आपको पता होना चाहिए, कि नवजात शिशु की वजन और लम्बाई हर दिन बढ़ती हैं, और यह नवजात शिशु के सही विकास होने का संकेत देता हैं।
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एक माह की बेबी की विकास के समय मुख्यतः आपको किन बातों
पर ध्यान देना चाहिए।
1 mahine ke Newborn ka vikash ke Milestone kya hai?
नवजात शिशु के जन्म के बाद से ही शिशु में हर दिन लगातार विकास होना शुरु हो जाता हैं। नवजात शिशु का विकास आपके द्वारा किये शिशु के सही देखभाल और आपके प्यार पर निर्भर करता हैं। शिशु अपने आस पास के वातावरण से, या आपके परिवार के सदस्यों के द्वारा मस्तिष्क और सामाजिक विकास सिखता हैं।
यहाँ निम्न तीन प्रकार के नवजात शिशु के विकास के बारे में बताया गया हैं। जो शिशु के एक माह के दौरान होने वाले विकास के बारे में बताता हैं।
नवजात शिशु के सामाजिक व भावनात्मक विकास :
नवजात शिशु के जन्म बाद सबसे अधिक और आसानी से ध्यान देने वाली विकास सामाजिक और भावनात्मक विकास होता हैं।
शिशु का रोना : आप तो यह जानते होंगे, जन्म के बाद से ही शिशु रोना जानता हैं। लेकिन आप यह नहीं जानते होंगे, कि नवजात शिशु रोकर अपनी दुख या समस्या या अपनी भूखा होने संकेत को आपको समझाता हैं। तथा नवजात शिशु रोकर अपनी बात को आपसे समझाने के साथ साथ आपका ध्यान अपनी और खीचता हैं।
आवाजों को पहचान : नवजात शिशु को एक माह के दौरान अपनी माँ की आवाज को पहचानने लगता हैं। चुंकि शिशु माँ को गर्भ से सुन रहा होता हैं, इसीलिए माँ की आवाज जल्दी पहचान जाता हैं। धीरे धीरे आप यह भी नोटिस कर सकते हैं, कुछ सप्ताह के बाद आपका बेबी आवाज की तरफ गर्दन घुमाकर या आँखों को उस और ले जाता हैं।
गौर से देखना : आपको अपनी बेबी की भावनात्मक विकास में यह भी ध्यान देने वाली बात होती हैं, कि जब कोई परिवार के सदस्य बेबी के सामने आता हैं, तो बेबी उसे गौर से देखता हैं। वैसे जन्म के कुछ सप्ताह के बाद शिशु किसी भी चीज को गौर से देखना शुरु कर देता हैं, चूंकि शिशु के लिए चीज नया होता हैं, इसलिए शिशु उसे जानने की कोशिश करता हैं। यदि आप अपने चेहरे को अपने शिशु के पास ले जाये, तो आपकी शिशु आपके आँखों और चेहरे को गौर से देखता हैं।
स्पर्श को महसूस : आपकी शिशु एक माह में इतनी तेज होती हैं,कि वह यह समझ जाती हैं, कि आप किस भावना से अपने शिशु को छू रहे हैं, या स्पर्श कर रहे हैं। यदि आप गुस्से से शिशु को स्पर्श करते हैं, तो आपकी शिशु रोकर इसकी प्रतिक्रिया देती हैं। और आप दुलार और प्यार से अपने शिशु को स्पर्श करते हैं, तो आपकी शिशु मुस्कुरा कर इसकी प्रतिक्रिया देती हैं।
नवजात शिशु के मस्तिष्क का विकास :
नवजात शिशु के विकास का महत्वपूर्ण हिस्सा मस्तिष्क का विकास होता हैं।
शिशु को भूख लगना : नवजात शिशु के विकास में हर छोटी छोटी आदत शामिल होती हैं। जैसे कि शिशु के मस्तिष्क का विकास में सबसे पहला आदत शिशु को जब भूख लगती हैं, इसका महसूस शिशु को हो जाता हैं। हालांकि, शिशु जन्म के बाद यह नही समझ सकता हैं, कि भूख लगना क्या होता हैं, लेकिन जैसे ही मस्तिष्क का विकास होता हैं, शिशु अपनी भूख के बारे में जानना शुरु कर देते हैं। और जब उन्हे भूख लगती हैं, वह रोकर आपको बताते हैं, कि उन्हे भूख लगी हैं।
शिशु के मस्तिष्क का विकास होते ही, शिशु समय को भी समझ जाता हैं। वह एक निश्चित समय पर रो कर आपको भूख लगने की सूचना देता हैं।
शिशु को स्वाद और गंध की पहचान : नवजात शिशु को एक माह के दौरान स्वाद और गंध की पहचान हो जाती हैं। शिशु अपनी माँ की गंध को पहचान जाता हैं। और साथ ही यदि आप स्तनपान करा रहीं हैं, तो आपका बेबी आपके दूध के स्वाद को अच्छी तरह पहचान जाता हैं। आप चाहे तो बोतल से दूध पीला कर जाँच कर सकते हैं, शिशु एक बार माँ का स्तन दूध पहचान जाने के बाद किसी अन्य माँ के स्तन का दूध या बोतल से दूध नहीं पीना पसंद करता हैं।
शिशु को वस्तु या व्यक्ति की पहचान : शिशु का जब मस्तिष्क विकास होने लगता हैं, तो वह अपनी माँ के चेहरे, गंध, आवाज, और भी बहुत कुछ पहचान लेता हैं। साथ ही आपके बेबी के आस पास जिस भी परिवार के सदस्य ज्यादा रहते हैं, उन्हे भी अच्छी तरह से पहचान सकता हैं। आपने गौर किया होगा, कि आपका शिशु किसी अनजान के गोद में जाने के बाद रोना शुरु कर देता हैं। इसके साथ शिशु जिस भी वस्तु को ज्यादा बार देखा हो, या खेला हो वह वस्तु को भी शिशु पहचान लेता हैं। खास कर शिशु के खिलौने।
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नवजात शिशु की शारीरिक विकास :
नवजात शिशु की एक महीने होने के बाद शारीरिक विकास एक महत्वपूर्ण विकास होता हैं, जिसे आप जाँच सकते हैं, क्योंकि यह आपके बेबी की शरीर का विकास होता हैं।
हाथ या बाह का झटकना : नवजात शिशु का हाथ या बाह का झटकना एक संकेत हैं, नवजात शिशु के शरीरिक विकास सही से हो रहा हैं। हाथ को झटकना शिशु के मांसपेशियों के विकास के कारण संभव होता हैं।
शरीर को हिलाना डुलाना : नवजात शिशु एक माह के बाद शरीर के लगभग सभी अंगों को हिला-डुला लेता हैं।
अपने इंद्रियों को छुना : नवजात शिशु एक महीने के बाद अपनी इंद्रियों को अपने हाथों से छू सकता हैं। जैस कि अपने हाथों से अपने चेहरे, कान, आँख, और मुँह आदि तक छूना।
सिर का भार : जब नवजात शिशु एक महीने का हो जाये, तो आप जब भी उसे गोद में लेंगे, तो शिशु के सिर पर सहारा ना मिलने पर शिशु का सिर पीछे की और झटक सकता हैं।
सिर को उठाना : नवजात शिशु एक माह के बाद अपने सिर को उठाने की कोशिश करता हैं। यह तब होता हैं, जब शिशु खुद अपने पेट के बल लेट जाये,तो वह अपनी सिर को उठाने की कोशिश करता हैं। यह शिशु के गर्दन और तंत्रिका तंत्र के विकास का संकेत होता हैं।
मुट्ठी बांधना : नवजात शिशु जब पूरी तरह एक महीने का हो जाता हैं, तो वह किसी भी चीज को पकड़ने की कोशिश करता हैं, यह आमतौर पर शिशु अपने दूध के बोतल को पकड़ने या माँ या पिता के उंगलियों को पकड़ने, या अपने खिलौने को पकड़ने को प्रयास करता हैं।
किसी वस्तु की पहचान : नवजात शिशु एक महीने के बाद बहुत कुछ को जानने की कोशिश करता हैं। जैसे कि जब आप शिशु की पसंद की रंग की या शिशु की कोई पसंदीदा खिलौने को हटाते हैं, तो वह उस खिलौने को ध्यान से देखता हैं, और आप जहाँ जहाँ उस खिलौने को हटाते हैं, शिशु की नजर उसी पर बनी रहती हैं। शिशु लगभग 8 से 12 इंच तक दूर चीजों को आसानी से देख सकता हैं।
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एक माह के नवजात शिशु के ज्ञानेंद्रियों का विकास किस तरह
होती हैं?
1 mahine ke navajaat shishu ki sense development
नवजात शिशु एक माह के होने पर उसकी ज्ञानेंद्रियों का विकास अच्छे से हो रहा होता हैं, आपके नवजात शिशु की देखने, सुनने, की क्षमता का विकास हो रहा होता हैं। यदि नवजात शिशु के आस पास किसी भी आवाज का अचानक आना आपके नवजात शिशु को चौंका भी सकता हैं, यदि यह आवाज नवजात शिशु के सोते हुए आये, तो आपका नवजात शिशु उठ जाता हैं, और रोने लगता हैं।यदि आप कोई ऐसा खिलौना अपने नवजात शिशु को लाये हैं, जिसका रंग शिशुओं के लिए लुभावना होता हैं, तो आपका शिशु इस खिलौने को देख कर मुस्कुरा देता हैं।
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क्या एक महीने का नवजात शिशु अच्छी तरह नहीं देख सकता है?
नवजात शिशु के एक महीने के बाद अपनी दोनो आँखों से किसी वस्तु पर ध्यान केंद्रित करने का विकास हो जाता हैं। आप यदि अपने नवजात शिशु के चेहरे पास अपने चेहेरे को ले जाये, फिर हटा दे, आप गौर करेंगे, कि आपका नवजात शिशु आपके आँखों में आँख डालकर देखने में सफल हो जाता हैं।यदि आप अपने नवजात शिशु के लिए कोई चमकीले रंग या गहरे रंग के खिलौने लाते हैं, और अपने नवजात शिशु को दिखाते हुए हटा देते हैं, तो आप उस खिलौने को जहाँ जहाँ ले जाते हैं, शिशु अपनी नजरों को उस ओर घुमाता हैं।
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क्या एक माह का नवजात शिशु को संगीत सुनना पसंद होता हैं?
जब नवजात शिशु एक माह का हो जाता हैं, तो उसके सुनने की क्षमता विकसित हो जाती हैं, ऐसे में आपका शिशु घर में लगे विंड चाइम या घड़ी की आवाज पर भी आनंदित हो जाता हैं।आप चाहेतो अपने नवजात शिशु को और भी आनंदित करने के लिए लोरियाँ या गाने गुनगुना सकते हैं। यदि आपका मन संगीत चलाने का हैं, तो आप चला सकते हैं, मगर ध्यान रखे, कि आप जिस भी चीज पर संगीत चलाएँ उसकी आवाज ज्यादा ना हो, इससे शिशु को संगीत अच्छा नहीं लगता हैं, इसलिए आप धीमे आवाज में ही कोई अच्छा बच्चों वाला संगीत चलाय, जो शिशु को पसंद आये।
ऐसा कहा जाता हैं, गर्भावस्था के सौरान आप जिस संगीत को सुना करती थी, वह संगीत आपके नवजात शिशु का भी पसंदीदा होता हैं। यह नवजात शिशु के संवेदनात्मक विकास का हिस्सा हैं। लेकिन आप हमेशा ही अपने नवजात शिशु को संगीत नहीं सुनाये, इससे शिशु को उत्तेजना होती हैं, और वह रोने लगता हैं, कई बार शिशु को उत्तेजना होने पर शरीर को कड़ा कर लेना, चिडचिड़ा व्यवहार, मुँह दूसरी और कर लेना जैसी गतिविधि करने लगता हैं।
आप शिशु को कुछ समय ही संगीत या लोरी सुनाये, क्योंकि शिशु को शांति भी पसंद होती हैं। इसलिए उसे आराम भी करने देना चाहिए।
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एक माह का नवजात शिशु कितना दूध पीता हैं?
1 month old baby feeding in hindi?
एक नवजात शिशु को स्तनपान कराना सबसे सुरक्षित होता हैं। जब आप स्तनपान कराते हैं, तो आपको इसका ध्यान रखने की आवश्यकता नही रहती कि आपका शिशु कितना दूध पी रहा हैं या नहीं। मगर कुछ माँ फ़ॉर्मूला दूध देना पसंद करती हैं। जिसमें आप माप सकते हैं, आपका शिशु कितना दूध पी रहा हैं, और आपका शिशु दूध पी भी रहा हैं, या नहीं।
स्तन का दूध और फॉर्मूला दूध में बहुत अंतर होता हैं, इसलिए आपको इसका खास ध्यान रखना होगा, कि आप जब अपने शिशु को फॉर्मूला दूध दे, तो यह शिशु के लिए सही मात्रा हो। क्योंकि नवजात शिशु का पाचन तंत्र एक माह के दौरान कमजोर होता हैं। इसलिए आपको अपने शिशु को उतना ही दुध देना हैं, जितना शिशु पचा सके।
आपको निम्न मात्रा के अनुसार अपने नवजात शिशु को एक माह के दौरान दूध देना चाहिए।
स्तन का दूध: जन्म के बाद नवजात शिशु बहुत कमजोर होता हैं, जिसमें स्तनपान शिशु के लिए एक अमृत के सामान होता हैं। वैसे जन्म के बाद माँ के स्तन में उतना ही दूध आता हैं, जितना शिशु को जरूरत होता हैं, फिर शिशु के आवश्यकता अनुसार स्तन में दूध बढ़ने लगता हैं।
जन्म के बाद एक नवजात शिशु पहले सप्ताह तक सिर्फ 30 से 60 मि.ली. दूध पीता हैं। और जब शिशु एक माह का हो जाता हैं, शिशु के पेट का आकार बढ़ जाता हैं, और तब शिशु की पाचन तंत्र भी अच्छे से काम करने लगता हैं। और एक माह के दौरान शिशु हर 2 से 3 घंटे में 90 से 120 मि.ली. दूध पी लेता हैं। इस प्रकार एक नवजात शिशु एक दिन में लगभग 900 मि.लि. दूध पी लेता हैं।
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फॉर्मूला दूध : नवजात शिशु को जन्म के तुरंत बाद फॉर्मूला दूध नहीं देना चाहिए, वैसे फॉर्मुला दूध की शुरुआत जन्म के तीन सप्ताह बाद करना चाहिए। और तीन सप्ताह के बाद आप जितना हो सके उतना कम ही फॉर्मुला दूध का इस्तेमाल करे, आप 110 मि.लि. तक हर 4 घंटे के बाद अपने नवजात शिशु को दूध दे सकते हैं। लेकिन मेरी सलाहहैं, आप किसी भी कारण अपने नवजात शिशु को फॉर्मुला दूध दे रहे हैं,तो आप अपने बाल रोग चिकित्सक से फॉर्मुला दूध की पूरी जानकारी ले ले। यह सुनिश्चित करे, कि आप जो फॉर्मुला दूध ले, वह बाल रोग चिकित्सक द्वारा दिया गया हो।
एक माह के नवजात शिशु को आदर्श रूप से 6 बार दूध पिलाना आवश्यक होता हैं। स्तनपान कराने वाले नवजात शिशु को 12 बार तक दूध पिलाया जा सकता हैं। और अगर आपका बेबी पूरी तरह स्वस्थ हो तो आपका शिशु खुद आपको बता देगा कब उसे दूध पीना हैं। एक स्वस्थ्य बेबी को दूध पिलाने का समय शिशु खुद बता देता हैं,जब भी वह भूखा होता हैं।
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एक माह का नवजात शिशु की कौन सी गतिविधियों पर ध्यान देना
चाहिए?
1 month old baby activity in hindi :
एक नवजात शिशु एक महीने के दौरान कुछ खास गतिविधि नहीं करता हैं, चुँकि एक माह के दौरान आपका शिशु ना तो सही से बैठता हैं, और ना ही चल पाता हैं। एक माह के दौरान आपके नवजात शिशु एक ही जगह पर बैठे बैठे हाथ पांव फेकता या झटकता हैं। और इसके साथ ही आपका शिशु आपकी आवाजों पर प्रतिक्रिया देता हैं। यदि आप अपने नवजात शिशु को ट्म्मी टाइम यानि पेट के बल लेटाते हैं, तो वह अपनी गर्दन को उठाने, या सिर को हिलाने का प्रयास करता हैं। और साथ ही पैरों से धकेलने का प्रयास करता हैं। पेट के बल लेटाने से शिशु के मांसपेशियों के विकास होता हैं, लेकिन आप शिशु को एक माह के बाद सिर्फ 2 से 3 मिनट के लिए ही पेट के बल लेटाए, क्योंकि वह अभी बहुत नाजुक होता हैं, आप धीरे धीरे हर महीने पेट के बल लेटाने का अंतराल बढ़ा सकते हैं।
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एक माह का नवजात शिशु की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ -
1 mahine ke navajaat shishu ko hone waali health related issues?
नवजात शिशु का विकास होना जितना महत्वपुर्ण हैं, उतना ही महत्वपूर्ण यह भी हैं, कि आपके नवजात शिशु को किस तरह की समस्या हो सकतीहैं, क्योंकि आपका नवजात शिशु एक माह के दौरान इतना छोटा होता हैं, कि वह आपसे अपने समस्याओं के बारे में बोल नहीं पाता, इसलिए आपको अपने नवजात शिशु की समस्या की जानकारी पहले से होना आवश्यक हैं।
एक महीने के दौरान नवजात शिशु को होने वाली समस्याएँ निम्न हैं।
- क्रैडल कैप : नवजात शिशु के सिर पर पपड़ी जमना या शरीर पर कही भी रैशेज होना क्रेडल कैप होता हैं। क्रैडल कैप के विषय में ज्यादा जानकारी और इस समस्या के उपचार के लिए इस लेख को पढ़े: शिशु के सिर की पपड़ी (क्रेडल कैप) : नवजात शिशु में क्रेडल कैप की समस्या और समाधान
- कोलिक : कोलिक एक सामान्य समस्या हैं, यह नवजात शिशु को दूध पीने के बाद पेट में गैस होने के कारण होताहैं। इसके लिए आपको शिशु को अपने गोद में लेकर पीठ सहलाना चाहिए। या आप ट्म्मी टाइम का भी सहायता ले सकते हैं। जब शिशु को कओलिक होता हैं, तब शिशु ऊची आवाज में रो कर संकेत देता हैं।
- एलर्जी : नवजातशिशु को बहुत तरह की एलर्जी हो सकती हैं। लेकिन एक माह के दौरान शिशु को स्तनपान के दौरान हुई बदलाव के कारण होता हैं, यह आमतौर पर माँ के द्वारा कुछ गलत खा लेने पर शिशु को प्रभावित करता हैं।
- डायरिया : यदि नवजात शिशु पानी की तरह मल त्याग करता हैं, और यह लगातार होताहैं, तो यह डायरिया की समस्या हैं,आपको तुरंत बाल रोग चिकित्सकके पास जाना चाहिए, क्योंकि ज्यादा देर ऐसे मल त्याग करने से शिशु की शरीर में पानी की कमी हो जाती हैं।
- उल्टी : यदि नवजात शिशु ने दूध पीने के 2 घंटे के अंदर उल्टी कर देता हैं, तो यह एक चिंता का विषय हैं, आपको डॉक्टर के पास जाने में देर नहीं करना चाहिए।यदि उल्टी के साथ डायरिया और बुखार हो तो यह एक गंभीर बीमारी हो सकती हैं। आपको अपने शिशु को डॉक्टर के पास जाने में देर नही करना चाहिए।
इसके अलावा नवजात शिशु को सर्दी , बुखार, और खांसी की भी समस्या हो सकती हैं। इसके साथ ही गर्भावस्था मे कई कारणों से शिशु को मुहासे हो सकते हैं। आपको यदि किसी भी कारण आपका शिशु लगातार रो रहा हो, तो आप उसकी जाँच करे, यदि आपको समझ नहीं आता, तो आप बाल रोग चिकित्सक के पास जाये और सारी समस्या को डॉक्टर से साझा करे। चिकित्सक के पास जाने से संकोच ना करे।
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एक माह का नवजात शिशु कितनी देर सोता हैं?
one month old baby sleeping time:
नवजात शिशु जन्म के बाद एक दिन में लगभग 14 से 18 घंटे सोता हैं, शुरुआती समय में शिशु की सोने की कोई निश्चित समय नहीं होता हैं। और ना ही वह दिन और रात के बीच अंतर जानता हैं। एक नवजात शिशु दिन में 4 से 5 बार सिर्फ एक से दो घंटे के लिए सोता हैं। और इसी क्रम में रात को 8 घंटे सोता हैं। और जब जब आपका शिशु उठता हैं, तो वह भूखा होता हैं, या नैपी गीला करता हैं। इस लिए उपर आपसे कहा गया नवजात शिशु के जन्म के बाद शुरुआती समय में आपकी रात की नींद उड़ जाती हैं। लेकिन यह शिशु के एक महीने होने के बाद शिशु के सोने के समय में आधा घंटा कम हो जाता हैं। और कुछ माह बाद आपका नवजात शिशु एक निश्चित समय पर उठता हैं, और निश्चित समय पर उठता हैं।
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एक माह के नवजात शिशु के विकास पर माता-पिता को कैसे
देखभाल करना चाहिए?
निम्न बातों का ध्यान रख कर आप अपने नवजात शिशु के विकास पर ध्यान दे सकते हैं।
- आपको अपने नवजात शिशु के हर छोटी छोटी बदलाव पर ध्यान देना चाहिए, यदि आपको कोई भी समस्या का अहसास हो, तो आप तुरंत ही अपने बाल रोग चिकित्सक से संपर्क करे।
- आपको अपने नवजात शिशु की नियमित जाँच करवाना चाहिए।
- आप अपने नवजात शिशु की वजन और लम्बाई की जाँच हर सप्ताह करे और इसे एक डायरी में नोट करे।
- अपने नवजात शिशु को शिशु को भूख लगने पर दूध जरूर पिलाये, आप इसे नजर अंदाज ना करे।
- आपको अपने नवजात शिशु को पूरी नींद लेने में मदद करनी चाहिए, जब आपका नवजात शिशु अच्छी तरह सोता हैं, और पूरी नींद लेता हैं, तो यह नवजात शिशु के विकास में मदद करता हैं।
- आप अपने नवजात शिशु से हमेशा बात करे, इससे शिशु की बोलने में मदद और संवाद का कौशल में वृद्धि होती हैं।
- नवजात शिशु को जिस कमरे में रखे, उस कमरे का तापमान सामान्य हो।
- नवजात शिशु के आस पास कोई भी हानिकारक वस्तु को हटा दे।
- आप अपने नवजात शिशु को छुने से पहले अपने हाथ को साफ जरूर करे, और यदि आप बाहर हो, तो सैनिटाइजर का इस्तेमाल करे।
- डिलीवरी के समय आपको बाल रोग चिकित्सक ने एक फाइल या सूची दी होगी, जिसमें आपके शिशु को कब कौन सी टीका देना हैं, इसकी जानकारी बतायी गयी होगी, आप नियमित तौर पर अपने शिशु को टीकाकरण जरूर कराये।
- शिशु के एक माह होने के बाद कुछ समय पेट के बल लेटाना चाहिए, ऐसा करने से नवजात शिशु अपनी गर्दन के मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए अपने सिर को उठाता हैं, और सिर को सम्भालना सिखता हैं। लेकिन जब भी आप अपने नवजात शिशु को पेट के बल लेटाये, सुनिश्चित करे आपका शिशु आपके आँखों के सामने हो, क्योंकि यदि आप अपने नवजात शिशु को अपने नजरों के सामने पेट के बल नहीं लेटाते हैं, तो इससे शिशु के अचानक शिशु मृत्यु सिंड्रोम (Sudden infant death syndrome) का खतरा बढ़ जाता हैं। तो आप अवश्य इसकी सही जानकारी के लिए अपने बाल रोग चिकित्सक से सलाह ले।
- आपको अपने नवजात शिशु के साथ ज्यादा से ज्यादा समय साथ रहना चाहिए, और शिशु के साथ खेलना और बोलना चाहिए, इससे आपका शिशु आपसे ज्यादा घुल मिल जायेगा, और खुद को आपके पास सुरक्षित महसूस करेगा।
- आपको अपने नवजात शिशु को एक माह के बाद बाहर भी खेलने ले जाना चाहिए, इससे शिशु का भावनात्मक और शारिरीक और सामाजिक विकास में मदद मिलती हैं।
मै अपने एक महीने के नवजात शिशु के साथ कौन कौन सी
गतिविधियाँ कर सकती हूँ?
1 month baby Activity in hindi
आपका नवजात शिशु एक महीने के बाद खुद से भी खेलेने के लिए सिख जाता हैं, यदि आप चाहे, तो अपने शिशु को अकेले खेलेने के लिए छोड़े और देखे, आपका शिशु खुद से खेल रहा हैं। लेकिन आप अपने नजरे अपने शिशु पर बनाये रखे। इससे नवजात शिशु का संज्ञानात्मक कौशल विकसित होता हैं। जिसे अन्य सामान्य भाषा में मोटर कौशल भी कहते हैं।
आप अपने नवजात शिशु के साथ निम्न गतिविधि कर अपने शिशु के विकास में मदद कर सकती हैं।
- आप जब अपने नवजात शिशु के साथ खेलते हैं, तो आप कुछ मूर्खतापूर्ण खेल से अपने नवजात शिशु का ध्यान अपनी और आकर्षित कर सकते हैं। आपको बस अपने नवजात शिशु के साथ थोड़ा बचकाना या मूर्खतापूर्ण खेल खेलना हैं। जैसे कि अपनी चेहरे को मूर्ख के तरह बनाना, चीभ को बाहर निकालकर कुछ चेहरे बनाना जैसे गतिविधि कर सकते हैं। इससे आपका शिशु आपको कॉपी करने की कोशिश करता हैं।
- आप अपने नवजात शिशु से बाते कर सकते हैं, इसके लिए आपको अपने नवजात शिशुके सिर को सहलाते हुए, अपने चेहरे के करीब ले जाये, और अपने शिशु से बाते करे, आप कुछ सवाल पूछ सकते हैं, या कुछ बता सकते हैं। आप जब शिशु के आवाज की कॉपी करेंगे, तो आपका शिशु बहुत खुश होता हैं।
- आप अपने नवजात शिशु को घुमाने ले जाये जहाँ आप उसे अपने परिवार के सदस्यों, चीजों के बारे में बताये, यदि आप शिशु को पार्क ले जाये, तो वहाँ जानवर, पक्षी के बारे में, झूलों के बारे में बताये, और पूछे, कि उसे भी झूलना हैं।
एक माह के नवजात शिशु को डॉक्टर के पास कब ले जाना
आवश्यक होता हैं?
1 mahine ke navajaat shishu ko kab Doctor ke paas le jaanaa chaahiye?
वैसे तो यदि आप अपने नवजात शिशु का खास ख्याल रखते हैं, और साथ ही आप बाल रोग चिकित्सक के द्वारा बतायी गयी दिशा निर्देश का पालन करते हैं, तो आपका शिशु जल्दी बीमार नहीं पड़ता और ना ही जल्दी जल्दी डॉक्टर के पास ले जाने की जरूरत पड़ती हैं।
- यदि आपका शिशु ठीक से स्तनपान या दूध नहीं पी रहा हो, तो आपको इस बारे में अपने बाल रोग चिकित्सक से बात करनी चाहिए, यह अक्सर शिशु के साथ कुछ समस्या के कारण होता हैं।
- यदि आपका शिशु आपके द्वारा किये जा रहे गतिविधि पर ध्यान नहीं देता या आपका सूस्त या कमजोर जान पड़ता हैं, तो आपको अपने शिशु को डॉक्टर के पास ले जाने की आवश्यकता हैं।
- यदि आपके द्वारा शिशु के आँखों में तेज रौशनी लगने पर भी आँखे नहीं झपकता हैं, तो यह शिशु के आँखो संबंधी समस्या का कारण हो सकता हैं।
- एक माह के बाद शिशु हर तरह के आवाज पर अपनी प्रतिक्रिया देना शुरु कर देता हैं, यदि आपका नवजात शिशु ऐसा नहीं करता तो यह शिशु के सही से विकास ना होने का संकेत हैं, आपको डॉक्टर के पास जाने में देर नहीं करनी चाहिए।
- यदि आपका शिशु अपने शरीर के भागों को नहीं हिला पाता या उसके शरीर और मांपेशियों पर सूजन हो तो डॉक्टर के पास जरूर जाना चाहिए।
- यदि आपके शिशु को शांत होते हुए भी शिशु के जबड़े में कंपन की प्रतिक्रिया दे, तो आपको डॉक्टर के पास जाना चाहिए।
नवजात शिशु को एक महीने के दौरान कौन कौन से टीका लगाया
जाता हैं?
1 mahine ke navajaat shishu ko kon si Vaccine lagayi jaati hai?
नवजात शिशु जब जन्म लेता हैं, उसी समय बाल रोग विशेषज्ञ आपको नवजात शिशु को आने वाले पाँच साल तक के टीकाकरण की तारीख और टीका का नाम की पर्ची या फाइल दे देते हैं। जिसमें सभी टीकाकरण की जानकारी होती हैं।
वैसे नवजात शिशु के जन्म से छह सप्ताह तक दिये जाने वाले सभी टीका का नाम बीसीजी, हेपेटाइटिस बी 1, ओपीवी (जीरो डोज), डीटी डब्ल्यू पी 1, आईपीवी 1, हेप-बी 2, हिब 1, रोटावायरस 1, पीसीवी 1 आदि हैं।
आप किसी भी नवजात शिशु को खुद अपने मन से कोई भी टीका नहीं दे सकते हैं, यह शिशु को बीमार या मृत्यु का कारण हो सकता हैं।
इसलिए बाल रोग चिकित्सक आपको हर टीके की समयावधि की जानकारी दे देती हैं। भारत में नवजात शिशु को दिये जाने वाले टीके केंद्र सरकार के द्वारा राष्ट्रीय टीकाकरण योजना के तहत दिये जाते हैं। सभी टीका सरकारी अस्पताल, स्वास्थ्य केंद्रों, और आपके करीबी आंगनबारी में मुफ्त दिये जाते हैं।
निष्कर्ष :
इस लेख में आपने जाना, कि आपका नवजात शिशु एक महीने के दौरान किस किस तरह की गतिविधि करेगा, आपके शिशु का किस किस तरह का विकास होगा, एक महीने के बाद जो भी नये गतिविधि आपको जाने चाहिए, और जितने भी आपके प्रश्न थे, वो सारे इस लेख में आपने सीखा।
आपने जाना जब आपके शिशु की वृद्धि होती हैं, तब आपका नवजात शिशु जन्म के समय शरीर में अतिरिक्त तरल पदार्थ के साथ जन्म लेता हैं, इसलिए आपके शिशु के जन्म के एक महीने बाद उसके वजन में बदलाव हो सकता हैं, यह सिर्फ 10 प्रतिश्त होता हैं, इसके लिए आपको चिंता नही करनी चाहिए। यह वजन आने वाले 2 सप्ताह में फिर बढ़ जाता हैं।
और इस दौरान फिर तेज गति से शिशु का वजन बढ़ता हैं। और और यदि आप अपने नवजात शिशु की विकास की दर को बेहतर रूप से जानना चाहते हैं, तो आप अपने नवजात शिशु की विकास की दर को हर सप्ताह नोट करे।
आप अपने नवजात शिशु के विकास को मापने के लिए इन बिंदुओं पर ध्यान दे : शिशु की लम्बाई, वजन, सिर की परिधि, शिशु की देखने, सुनने, और बोलने और भाषा ज्ञान की क्षमता।
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संदर्भ :
Your 1 Month Old Baby Growth and Development By Parenting Firstcry
Navjat Shishu Ka Vikas By Momjunction
Baby Month 1: Your Newborn Guide By what to expect
Baby development: your 1 month old By Baby Center
Baby Development: Your 1-month-old By Webmd
1-2 months: newborn development By Raising Children
How Much Sleep Does Your Baby Really Need? By Sleep
Looking at Your Newborn: What's Normal By Kidshealth
Umbilical Cord Care By American Academy of Pediatrics
How Your Newborn Looks By American Academy of Pediatrics
Newborn Reflexes By American Academy of Pediatrics
Newborn Smell & Touch By American Academy of Pediatrics
The WHO Child Growth Standards By World health organisation
Child growth standards By World health organisation
Newborn health By World health organisation
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