लंबे समय तक स्तनपान के कारण माँ के शरीर पर पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव

Side Effects On Mothers Body Due To Prolonged Breastfeeding

Side Effects On Mothers Body Due To Prolonged Breastfeeding
Side Effects On Mothers Body Due To Prolonged Breastfeeding

माँ द्वारा बच्चे को अधिक समय तक स्तनपान कराने से माँ के शरीर पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव :-

लंबे समय तक स्तनपान के कारण माँ के शरीर पर पर पड़ने वाले दुष्प्रभावSide Effects On Mothers Body of Breastfeeding: नवजात शिशु को माँ द्वारा स्तनपान कराने के बहुत सारे लाभ तो होते हीं है साथ ही अगर माँ लम्बे समय तक स्तनपान कराती है, तो इसके कुछ हानि भी है। माँ को अपने बच्चे को 1 साल की अवधि तक स्तनपान करावाने को विस्तारित स्तनपान कहा जाता है।
आपने सुना होगा या आपको बताया गया होगा, कि अपने बच्चे को एक साल तक स्तनपान कराना सामान्य है। और 1 साल से अधिक स्तनपान कराना हानिकारक है। मगर ऐसा विशेषज्ञ नही कहते। विशेषज्ञ की माने तो नवजात शिशु को जन्म के बाद 6 महीने तक स्तनपान कराना बहुत ही आवश्यक है और 1 साल तक स्तनपान कराना आपके मन पर है।
क्योंकि एक छोटा बच्चा जन्म के 6 महीने के बाद अन्न को ग्रहण कर लेता है। जिससे नवजात शिशु को स्तनपान की आवश्यकता 6 महीने के बाद कम हो जाती है। 1 साल के बाद आपका बच्चा खुद स्तनपान की आदत छोड़ देता है।

आईए जानते है, स्तनपान कितने समय तक कराने चाहिए और ज्यादा समय तक स्तनपान कराने के क्या दुष्प्रभाव होते है।

माँ को अपने बच्चे को कितने समय तक स्तनपान कराना चाहिए?

➤ नए माँ को हमेशा अपने नवजात शिशु के देखभाल के लिए बहुत सारे प्रश्न आते रहते है, और हमेशा अपने बच्चे के लिए माँ कोई भी जिम्मेदारी के लिए पीछे नही हटती। इसी तरह यह प्रश्न भी नए माता पिता के लिए बहुत ही आम होता है, कि अपने छोटे से बच्चे को कब तक स्तनपान कराये।
➤ आपका नवजात चाहे 1 साल का क्यों ना हो जाए, जब तक आपके बच्चे को स्तनपान करना चाहता है, तब तक अपने बच्चे को स्तनपान कराना चाहिए। अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स (AAP) के अनुसार आपको अपने बच्चे को पहले 6 महीने यानि जन्म के बाद 6 महीने तक सिर्फ स्तनपान कराना चाहिए।
➤ फिर 6 महीने के बाद ठोस खाद्य पदार्थों की शुरूआत कर सकते है। अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स (AAP) कहते है, कि एक वर्ष के बाद अगर आपके बच्चे की इच्छा हो तो आपको स्तनपान कराना चाहिए।
 
Side Effects On Mothers Body: अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स (AAP) कहते है, स्तनपान कराने के अवधि कब तक है, इसकी कोई सीमा नही है। आप अपने बच्चे को जब तक हो स्तनपान करा सकती है। और स्तनपान कराने के 3 वर्ष या इससे अवधि तक स्तनपान कराने से आपके बच्चे पर  मनोवैज्ञानिक या विकासात्मक नुकसान नही हो सकता है।

अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स (AAP) के साथ साथ विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) भी यही सलाह देते है, कि माँ को अपने नवजात शिशु को 2 वर्ष या इससे अधिक समय तक स्तनपान करा सकती है।

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अधिक समय तक स्तनपान कराने से माँ के शरीर पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव (Side Effects On Mothers Body Due To Prolonged Breastfeeding):

Side Effects On Mothers Body: ऐसा माना जाता है, कि स्तनपान बच्चे के लिए लाभदायक होता है। हालांकि एक समय सीमा तक माँ के लिए भी स्तनपान करवाना लाभदायक होता है। मगर अधिक समय तक स्तनपान कराना शायद ही माँ के लिए लाभदायक होता है। स्तनपान लम्बे समय तक कराने पर माँ को बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। अधिक समय तक स्तनपान कराने पर माँ का शरीर गोल और झुकने लगता है। और पहले की तुलना में माँ का शरीर पतला और वजन कम हो सकता है। माँ के स्तन से खुद ब खुद दूध का रीसाव हो सकता है। और माँ को स्तनो में दर्द भी हो सकता है।

  • बच्चे के जन्म के बाद शायद आपने कभी महसूस किया होगा, अब आपकी अभिरुचि अपने बच्चे को स्तनपान कराना और अपने बच्चे को स्तनपान करावाने के लिए बाते करना और सोचना ही आपके दिनचर्या का हिस्सा हो चुका है। मगर ऐसा नही है। आप एक ऐसी बहुत अविश्वसनीय कार्य कर रहे है। आप एक नवजात शिशु के लालन-पालन कर रहे है। अपने शरीर के अंग अपने नवजात शिशु के विकास के लिए आप स्तनपान करा रहे है। आप एक नवजात को मानव जीवन की और  निर्वाह कर रहे हैं।
  • वास्तविकता में स्तनपान बहुत ही फायदेमंद है। स्तनपान ना सिर्फ नवजात शिशु के विकास के लिए लाभदायक है। बल्कि स्तनपान से माँ को कई तरह के लाभ है, यह लाभ स्वास्थ्य और शरीरिक भी होते है। स्तनपान कराने वाली माँ को शायद पता ना हो।
  • लटच की एम. डी. ज़रीया रुबीन कहती है, कि स्तनपान कराने से माँ को स्तन कैंसर (breast cancer)हृदय रोग (heart disease), मधुमेह (diabetes), डिम्बग्रंथि के कैंसर (ovarian cancer), ऑस्टियोपोरोसिस (osteoporosis), रुमेटीइड गठिया (rheumatoid arthritis), मोटापा (obesity),  और भी बहुत सारी इस तरह की बीमारियाँ नही होती है। साथ ही माँ को अपने नवजात शिशु के साथ ज्यादा करीब होने का और शिशु के साथ बॉडिंग बनाने में मददगार होता है।

मगर एक समय सीमा तक स्तनपान के लाभ हो सकते है। मगर अधिक समय तक स्तनपान कराने के दुष्प्रभाव भी है। आइए जानते है 5 कुछ ऐसे अधिक अप्रिय और थकाऊ उत्प्रेरण दुष्प्रभावों के बारे में जो अधिक समय तक स्तनपान कराने से होता है। 

 

1. आपके स्तन के निपल्स सख्त हो जाते है। :-

👉 जब आप पहली बार अपने बच्चे को स्तनपान कराते है, तब आपको महसूस होता है, कि आपका बच्चा कितना जोड़ से स्तनपान कर रहा है, और आपके बच्चे का छोटा सा मुँह कितना मजबूत होता है। लटच की एम. डी. ज़रीया रुबीन कहती है, कि आपके स्तन और निपल्स पूरी तरह तंत्रिका से जुड़ी और आपकी निपल्स बहुत ही संवेदनशील त्वचा की होती है।
जो अक्सर स्तनपान को ही सिर्फ सहन कर सकता है। रुबीन कहती है, एक स्तनपान कराने वाली अनुभवी माँ के अनुसार अपने बच्चे के नाखुन को हमेशा साफ करनी चाहिए या बच्चे को स्तनपान कराने वक्त स्तनो को चोट पहुँचाने से बचाने के लिए बच्चे के हाथ को मोजे जैसी कपड़ो से ढक दे।
 

👉 रुबीन कहती है, कि सौभाग्यवश आपका शरीर इस समय खुद को इस पल के लिए ढाल रहा है। गर्भावस्था के दौरान आपके निपल्स खुद ही सख्त और मजबूत हो जाते है। रुबीन कहती है, कि एक या दो सप्ताह में कोई भी तरह की असुविधा दुर हो जाती है। यदि ऐसा ना हो, तो आपके बच्चे के जीभ या दूध चूसने के साथ कोई समस्या हो सकती है। आपको अपने डॉक्टर से या स्तनपान सलाहकार से बात करने की आवश्यकता है।

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2. आपके स्तन झनझनाहट महसूस कर सकते है।

Side Effects On Mothers Body: अगर आपके स्तनों में स्तनपान के शुरू होते ही चुभन या पीन या सुई जैसी दर्द महसूस हो तो आश्चर्यचकित न हों। रूबिन कहते हैं, इस घटना को लेटडाउन रिफ्लेक्स (letdown reflex) कहा जाता है। जो एक न्यूरोलॉजिकल घटना होता है। जब आपका बच्चा स्तन को चूसना शुरू करता है। रुबीन बताती है, कि हार्मोन ऑक्सीटोसिन में वृद्धि दूध नलिकाएं खोल देती है। जिससे स्तनों में दूध का प्रवाह शुरू होता है।
और यह एहसास आपको परेशान कर सकती है या आनंददायक महसूस करवा सकती है या आपको सुकून या आराम सा महसूस कराती है। यह इसलिए होता है, क्योंकि इस समय आपके शरीर में ऑक्सीटोसिन बढ़ता है, जिससे आप सिर्फ अपने बच्चे के बारे में सोचते है। या अपने बच्चे को रोते हुए सुनते है। जिसका अर्थ है, आपके शरीर में ऑक्सीटोसिन बढ़ रहा है। इसलिए यह महत्वपूर्ण है, कि आपको अपनी भी देखभाल करने की आवश्यकता है।

3. आपकी वजन में कमी आती है।:-

रुबिन कहती हैं, कि स्तनपान कराने से प्रति दिन लगभग 300 से 500 कैलोरी फैट बर्न या कम होता है। और एक अध्ययनों से पता चला है, कि यह गर्भावस्था के दौरान आने वाले वजन को कम करने में भी मदद करता है। मगर यह हर स्तनपान कराने वालो Side Effects On Mothers Body सामान्य नही होता, जो गर्भवती माँ की तुलना में कई माताओं को और अधिक भूख लगती है।

रुबिन कहती है, कि यह दिखाने के लिए पर्याप्त डेटा नहीं है, कि क्यों कुछ माताओं ने जल्दी से वजन घटाया है। और कुछ माताओ पर कोई फर्क नहीं पड़ता। रुबीन सलाह देती है। माँ को अपना ख्याल रखने के लिए अच्छी तरह से पौष्टिक आहार और हाइड्रेटेड रहने के लिए नट्स, फल, और पानी ज्यादा मात्रा में लेने की आवश्यकता है।

4. आपके स्तन का दूध में पोषण खत्म हो जाता है।:-

माँ को हमेशा लगता है, कि स्तनपान के दूध का पोषण हमेशा सामान्य होता है। जहाँ तक कि कुछ माँ यह भी कहती है, कि बच्चे के जन्म के 2 साल होने पर भी स्तनपान का पोषण सामान्य है। और उन्हे यह कहना कि स्तनपान का पोषण 1 साल के बाद खत्म हो जाता है, तो उनके लिए आश्चर्य की बात है। ज़रीया रुबीन कहती है, कि स्तनपान का पोषण आपके बच्चे की उम्र और नवजात शिशु के विकास या स्वास्थ्य की स्थिति के आधार पर स्तनपान के दूध का पोषण मूल्य बदलता है। अगर आप जन्म के बाद के स्तनपान की तुलना एक महीने के बाद किये गये स्तनपान का पोषण पूरी तरह बदल जाता है। 


उदाहरण के लिए :- जब बच्चा जन्म लेता है, तब माँ का दूध ज्यादा गाढा और पीला होता है, जो शिशु को रोग से लड़ने में मदद करता है। जैसे जैसे आपका बच्चे का प्रतिरक्षा तंत्र बदल जाते है। खासकर तब जब आपका बच्चा कुछ भी वस्तू अपने मुँह में डालने लगता है। स्तनपान के दूध में एंटीबॉडी होती है, जो संक्रमण से लड़ने के लिए मदद करती है। मगर जब बच्चा अन्य वस्तू को मुँह में लेता है तब सिर्फ स्तनपान बच्चे के शरीर को संक्रमण से लड़ने के लिए अकेला काफी नही होता है।

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5. आपकी त्वचा उत्तेजित हो सकती है। :-

👉 जब आप लम्बे समय तक स्तनपान कराते है, तब आप शारीरिक रूप से ऐसा महसूस करते है, कि आप अब और स्तनपान नही करा सकते, आपको उत्तेजित या क्रोधित जैसा महसूस होता है। आप यह सब करते करते उब जाते है, और आपको यह सब छोड़ भागने का ख्याल आता है। यह आश्चर्य की बात नही है कि आपको ऐसा महसूस होता है। एक शोध से पता चला कि अधिक समय तक स्तनपान कराने से तीव्र भावना जन्म लेती है। जिससे स्तनपान कराने से उत्तेजित या क्रोधित जैसा नकारात्मक भावना आता है।

👉 ज़रीया रुबीन कहती है, कि यह कई माँ के अनुभव है, ऐसा उन्हे भी महसूस होता है। यह भावना पूरी तरह सामान्य है। कुछ माँ का कहना है, कि कुछ बच्चे के आदत, जैसे कि बच्चा स्तनपान के दौरान आपके निप्पल को दूसरी तरफ घुमाता है, तो आपको उत्तेजित या क्रोधित कर अक्सर इन भावनाओं को बढाता है। बच्चा ऐसा इसलिए करता है क्योंकि निप्पल को हिलाना वास्तव में स्तनपान के दौरान दूध के प्रवाह को बढ़ाने में मदद करता है। जो लम्बे समय तक स्तनपान करने से स्वाभाविक रूप से धीमा हो जाता है।

👉 ज़रीया रुबीन कहती है, कि अगर ऐसा कुछ भी आपके बच्चे के द्वारा ना होने पर भी आपको ऐसी नाकारात्मक भावना आती है, तो इसका कारण है, आपके समय पर आपके भोजन नही करना, पूरी नींद ना सोना, यह सब कारण स्तनपान के दौरान होती है। इन सारे कारणों के लिए जरूरी है कि स्तनपान कराने वाली माँ को अपना खास ख्याल रखना चाहिए। अपने खाने-पीने और पूरी नींद लेने पर ध्यान देना आवश्यक है।

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Conclusion (Side Effects On Mothers Body Due To Prolonged Breastfeeding ):

यह लेख से आपको Side Effects On Mothers Body Due To Prolonged Breastfeeding सम्बंधित सटिक जानकारी मिल गयी हो, तो आप आपना कीमती सुझाव अवश्य दे। आपका सुझाव हमारे लिए महत्वपुर्ण है। कृपया आप नीचे कमेंट में अपना सुझाव लिखे। और  इस लेख को अन्य माता पिता के साथ शेयर करें।



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